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Wednesday 12 June 2013

क्यूँ दूरियाँ (झूम झूमता हूँ मैं) - प्लेयर्स (2012) Kyun Duriyan (Jhoom Jhoomta Hoon Main) - Players

गाना: क्यूँ दूरियाँ (झूम झूमता हूँ मैं) 
फिल्म: प्लेयर्स
गायक: सिद्धार्थ बसरूर
गीत: आशीष पंडित
संगीत: प्रीतम चक्रवर्ती

    क्यूँ दूरियां हों दरमियाँ,
    बढ़ जाने दे नजदीकियाँ.
हर सांस में महसूस कर, 
    इन साँसों की मदहोशियाँ.
तेरा नशा ऐसे चढ़े,
    तेरा नशा जिद पे अड़े.
तेरा नशा ऐसे नचाये,
    झूम झूम झूम झूमता हूँ.
 
    तेरा नशा मुझको हुआ,
    तेरा नशा है ख़ाब सा.
तेरा नशा ऐसे नचाये,  
    झूम झूम झूम झूमता हूँ मैं. 
 
 
 
 
 


 
 
 
 
 
    बस तेरी आँखों से पीना है,
    जीना है ऐसे ही मुझे.
रहना नहीं है,
    अब होश में..होश में. 
 
    जुल्फों के साये में मुझे को छुपा ले,
    हमेशा के लिए.
भर ले मुझे तू आगोश में.
 
    तेरे सिवा जाऊं कहाँ,
    तू ही मेरे दोनों जहाँ.
पहलू में तेरे खुद को पाकर,
    झूम झूम झूम झूमता हूँ.
 
    तेरा नशा मुझको हुआ,
    तेरा नशा है ख्वाब सा.
तेरा नशा ऐसे नचाये,
    झूम झूम झूम झूमता हूँ मैं.

खाबों-खयालों में, उलझे सवालों में,
    तू ही तू बसी
तू आरज़ू है तू जुस्तजू.. जुस्तजू.
 
    तेरे इशारों पे चलती है रूकती है सांसे ये मेरी,
रहना तू ऐसे ही रूबरू.
अब तू मेरी आदत है तू,
    आदत क्या ज़रुरत है तू.
 
    तुझको दिल से अपने लगा कर
    झूम झूम झूम झूमता हूँ.
तेरा नशा मुझको हुआ,
    मेरा नशा है ख्वाब सा.
तेरा नशा ऐसे नचाये,
    झूम झूम झूम झूमता हूँ मैं.

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