एक आर्थिक पत्रिका 'मिन्ट' के साथ हुए साक्षात्कार में इन्डियन क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष ललित मोदी ने आई.पी.एल. के प्रसारण अधिकार और बी.सी.सी.आई. के आय बढाने के उपायों के विषय में बातचीत की.
मोदी ने कहा :
साधारण एकदिनी मैचों में हम सामान्यतया साधे आठ मिलियन धन बना लेते हैं और हमारा एक डालर चालीस रुपये नहीं बल्कि पैंतालीस रूपये के बराबर होता है. हमारे कॉन्ट्रैक्ट्स उस दिन के एक्स्चेंज रेट के आधार पर ही निर्धारित होते हैं.
सहारा, नाइके जैसे प्रायोजक हैं जो कि हर मैच का एक मिलियन के लगभग देते हैं. मैदान से होने वाली आय 1.6 मिलयन डालर से 1.7 मिलियन डालर प्रतिदिन के लगभग होता है.
यह एक बड़ा सच है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास धन की एक बहुत बड़ी ताकत है. यह सब भारतीयों के द्वारा क्रिकेट को एक धर्म मान लेने के कारण ही संभव हुआ है.
(यह एक पुरानी खबर है जब ललित मोदी इन्डियन क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष थे.)
मोदी ने कहा :
साधारण एकदिनी मैचों में हम सामान्यतया साधे आठ मिलियन धन बना लेते हैं और हमारा एक डालर चालीस रुपये नहीं बल्कि पैंतालीस रूपये के बराबर होता है. हमारे कॉन्ट्रैक्ट्स उस दिन के एक्स्चेंज रेट के आधार पर ही निर्धारित होते हैं.
सहारा, नाइके जैसे प्रायोजक हैं जो कि हर मैच का एक मिलियन के लगभग देते हैं. मैदान से होने वाली आय 1.6 मिलयन डालर से 1.7 मिलियन डालर प्रतिदिन के लगभग होता है.
यह एक बड़ा सच है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास धन की एक बहुत बड़ी ताकत है. यह सब भारतीयों के द्वारा क्रिकेट को एक धर्म मान लेने के कारण ही संभव हुआ है.
(यह एक पुरानी खबर है जब ललित मोदी इन्डियन क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष थे.)
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